दुआ के वारे में अल्लाह तआला फरमाता है
मैं दुआ मांगने वाले की दुआ DUA कुबूल करता हूं जब वह मुझे पुकारे
अल्लाह तआला के नजदीक कोई चीज दुआ से बुजुर्गत्तर नहीं
अल्लाह तआला से जो दुआ नहीं करता उस पर अल्लाह तआला गजबनाक होता है
दुआ से आजिज ना हो कि कोई शख्स दुआ के साथ हलाक ना होगा
दुआ Dua दुश्मन से निजात देती है
रीज्क़ बढ़ाती है बला उतरने नहीं देती है
दुआ मुसलमानों का हथियार है और दिन का सुतून और आसमान और जमीन का नूर है
दुआ इबादत का मग्ज है दुआ सलाहे मोमिन है दुआ इबादत भी है
तो अल्लाह का जिक्र कीजिए और कसरत से दुआ कीजिए
बेशक अल्लाह बेहतर सिला देने वाला हैं।
Note- निचे कुछ इस्लामिक दुआओ की लिस्ट दी गयी है आप जो भी दुआ ए पढ़ना चाहते है उस पर क्लिक कीजिये ! जब भी कोई दुआ पढ़े अव्वल आखिर दरूद शरीफ जरूर पढ़े